आमला। विक्की पारधी –
गणेश उत्सव के समापन की तैयारियाँ जोरों पर हैं, लेकिन नगर पालिका की उदासीनता से श्रद्धालु चिंतित हैं। विसर्जन स्थलों पर न तो साफ-सफाई की व्यवस्था की गई है और न ही प्रकाश व्यवस्था का कोई इंतज़ाम है। इसके अलावा विसर्जन घाटों की मरम्मत और सुरक्षा के लिए भी अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। साथ ही, घाटों से बहने वाले पानी को भी नहीं रोका गया है। ऐसे में बड़े आकार की मूर्तियों का विसर्जन कैसे होगा, यह सवाल खड़ा हो गया है।
श्रद्धालुओं में रितेश सोनी, रामरतन जौंजारे और चंदु यादव का कहना है कि हर साल की तरह इस बार भी नगर पालिका आख़िरी वक्त पर व्यवस्थाएँ करती है, जिससे अव्यवस्था और अफरा-तफरी मचती है। स्थिति ऐसी रही तो श्रद्धालुओं को गणेश विसर्जन के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

रामचरण, कमल हुडमाडे, सीएल पंवार आदि लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि समय रहते विसर्जन स्थलों पर सफाई, रोशनी, पेयजल और सुरक्षा के उचित इंतज़ाम किए जाएँ। साथ ही घाटों पर बहने वाले पानी को रोकने की व्यवस्था की जाए, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के श्रद्धा और उल्लास के साथ गणपति बप्पा को विदा कर सकें।“विसर्जन घाटों पर साफ-सफाई और पानी रोकने की व्यवस्था बनाई जा रही है। रोशनी, पेयजल और सुरक्षा के भी इंतज़ाम किए जा रहे हैं।”

